इस नए आधार ऐप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अब पहचान के लिए कहीं भी फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं होगी। होटल, सोसायटी, इवेंट हर जगह ऑफलाइन आधार वेरिफिकेशन संभव होगा. यूआईडीएआई का कहना है कि आधार की कॉपी साझा करने से कभी-कभी दुरुपयोग का खतरा बढ़ जाता है, जिसे नया ऐप खत्म कर सकता है। इसमें उपयोगकर्ता पूर्ण या चयनित आधार डेटा को सुरक्षित रूप से डिजिटल रूप से साझा कर सकेंगे।
कहां काम आएगा नया ऑफलाइन सिस्टम?
यूआईडीएआई का दावा है कि ऐप रोजमर्रा की कई स्थितियों में बेहद मददगार साबित होगा, जैसे-
- होटल चेक-इन
- आवासीय सोसायटी में प्रवेश
- आयोजन में प्रवेश
ऐप में क्यूआर-आधारित सत्यापन सहित कई ऑफ़लाइन मोड होंगे, जिनका उपयोग छोटे व्यवसायों से लेकर बड़े संगठन तक कर सकते हैं।
ऐप में क्या होंगे फीचर्स?
पहले से ज्यादा सुरक्षित और ज्यादा उपयोगी फीचर्स के साथ आएगा नया आधार ऐप-
मल्टी प्रोफाइल- एक ही ऐप में परिवार के 5 आधार प्रोफाइल जोड़ने की सुविधा।
बायोमेट्रिक लॉक/अनलॉक – फिंगरप्रिंट और आईरिस को एक क्लिक में लॉक कर सकते हैं, जिससे दुरुपयोग की संभावना समाप्त हो जाएगी।
प्रोफाइल अपडेट- मोबाइल नंबर या पता अपडेट होते ही ऐप अपने आप नई जानकारी दिखाएगा।
क्यूआर कोड और सत्यापन योग्य क्रेडेंशियल शेयरिंग: एक टैप में आधार डिजिटल जानकारी साझा करने का विकल्प।
ऐप कैसे सेटअप करें?
यूआईडीएआई द्वारा अनुशंसित आधिकारिक स्रोत से आधार ऐप डाउनलोड करें (प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर उपलब्ध)।
ऐप द्वारा सुझाए गए एसएमएस को पंजीकृत मोबाइल नंबर से भेजें।
पूर्ण चेहरा प्रमाणीकरण.
सुरक्षा के लिए 6 अंकों का पासवर्ड बनाएं.
आधार प्रोफाइल केवल उसी मोबाइल में बनेगी जिसमें रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर होगा।
ध्यान रखें, आधार प्रोफ़ाइल एक समय में केवल एक ही डिवाइस पर सक्रिय होगी। जब आप नए डिवाइस पर लॉगइन करेंगे तो पुराने डिवाइस की प्रोफाइल अपने आप डिलीट हो जाएगी। यूआईडीएआई को उम्मीद है कि यह ऐप डिजिटल पहचान को अधिक सुरक्षित बनाकर रोजमर्रा के कार्यों को आसान बना देगा।



