सोने की कीमतों में बढ़ोतरी: ज्वैलर्स और स्टॉकिस्टों की बिकवाली के कारण 3 नवंबर 2025 से चालू सप्ताह के दौरान सोने की कीमतों में भले ही गिरावट आई हो, लेकिन सर्राफा बाजार में गिरावट के बावजूद सोना करीब 1,172 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया। सोने की कीमतों में यह बढ़ोतरी पिछले 30 दिनों के दौरान दर्ज की गई है। हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अधिकारियों के भाषण और अमेरिकी आंकड़े अगले सप्ताह सोने की कीमतों की दिशा तय करेंगे। लेकिन, मौजूदा समय में सोने की कीमतों में गिरावट में बिकवाली ने अहम भूमिका निभाई है। आइए जानते हैं कि 30 दिन पहले 6 अक्टूबर 2025 को सोना किस कीमत पर बंद हुआ था और चांदी का स्तर क्या था?
3 नवंबर 2025 के बाद सोना 882 रुपये सस्ता हो गया है
ऑल इंडिया बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, 3 नवंबर 2025 से शुरू हुए हफ्ते के दौरान सोने की कीमतों में करीब 882 रुपये की गिरावट आई है। 3 नवंबर को 24 कैरेट शुद्ध सोना 1,21,113 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था, जो 7 नवंबर 2025 को 882 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट के साथ 1,20,231 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
6 अक्टूबर को सोना 1,19,059 रुपये पर बंद हुआ था।
आईबीजेए की वेबसाइट के मुताबिक 6 अक्टूबर 2025 से 7 नवंबर 2025 के बीच सोने की कीमतों में करीब 1,172 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 6 अक्टूबर 2025 को 24 कैरेट सोना 1,19,059 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था, जो 7 नवंबर 2025 को 1,20,231 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
30 दिनों में चांदी 558 रुपये सस्ती हो गई
वहीं, अगर चांदी की कीमत की बात करें तो पिछले 30 दिनों के दौरान चांदी की कीमतों में करीब 558 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्ज की गई है। 6 अक्टूबर 2025 को सर्राफा बाजार में चांदी 1,48,833 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी, जो 7 नवंबर को 558 रुपये गिरकर 1,48,275 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई।
सोने की कीमतें क्यों गिरीं?
सर्राफा बाजार के जानकारों के मुताबिक, स्थानीय बाजार में बिकवाली के कारण सोने की कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है, जबकि वैश्विक स्तर पर इसमें तेजी देखी जा रही है। डॉलर की कमजोरी, अमेरिकी शटडाउन और निवेशकों के बीच अनिश्चितता को देखते हुए आने वाले दिनों में सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं। निवेशकों के लिए यह समय सतर्क रहने और सही मौके पर निवेश करने का है।
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अगले सप्ताह की दिशा फेडरल रिजर्व की गतिविधियों से तय होगी
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (कमोडिटी और मुद्रा अनुसंधान) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि बाजार भागीदार आने वाले सप्ताह में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों के भाषणों और भारत और अमेरिका दोनों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीओ) डेटा पर कड़ी नजर रखेंगे। इन आंकड़ों के आधार पर सोने की भविष्य की दिशा तय होगी।
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