पीएम किसान: पीएम नरेंद्र मोदी आज 19 नवंबर को तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर हैं, जहां वह किसानों और आध्यात्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. इस दौरे का मुख्य आकर्षण तमिलनाडु के कोयंबटूर में आयोजित कार्यक्रम है, जहां से पीएम नरेंद्र मोदी ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ (पीएम किसान) योजना की अगली किस्त जारी करेंगे.
9 करोड़ किसानों को सीधे वित्तीय सहायता मिलेगी
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में जानकारी दी है. पीएम मोदी आज दोपहर 2 बजे कोयंबटूर से बटन दबाकर इस योजना के तहत करीब 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में करीब 18,000 करोड़ रुपये की रकम सीधे ट्रांसफर करेंगे. यह राशि वित्तीय सहायता के रूप में सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी, जो देश के कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
पीएम मोदी का एक दिवसीय दौरा
पीएम नरेंद्र मोदी का यह दौरा तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के प्रमुख कार्यक्रमों में शामिल होने के साथ काफी व्यस्त रहने वाला है. पीएम मोदी सबसे पहले आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में आध्यात्मिक गुरु सत्य साईं बाबा की समाधि के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेंगे.
इसके बाद पीएम मोदी कोयंबटूर पहुंचेंगे. यहां वह दक्षिण भारत प्राकृतिक खेती शिखर सम्मेलन 2025 का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम तमिलनाडु प्राकृतिक खेती हितधारक फोरम द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य टिकाऊ पर्यावरण-अनुकूल और रसायन-मुक्त कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देना है। इस प्लेटफॉर्म से वह किसानों के खातों में पैसे ट्रांसफर करेंगे.
50,000 से अधिक किसानों को संबोधन
कोयंबटूर में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री 50,000 से अधिक किसानों को संबोधित करेंगे. उनका संबोधन न केवल आर्थिक सहायता जारी करने पर केंद्रित होगा बल्कि देश में प्राकृतिक और टिकाऊ खेती के महत्व पर भी प्रकाश डालेगा।
क्या है पीएम किसान योजना?
पीएम किसान योजना केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे 24 फरवरी, 2019 को शुरू किया गया था। इस योजना के तहत पंजीकृत किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की आय सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि हर चार महीने के अंतराल पर 2,000 रुपये की तीन बराबर किस्तों में सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।
अगर e-KYC पूरा नहीं किया तो किस्त रोक दी जाएगी.
इस बार भी सरकार द्वारा जारी सूची में सभी पंजीकृत किसानों के नाम शामिल हैं. किसान आईडी की अनिवार्यता एक बार फिर टाल दी गई है, लेकिन ई-केवाईसी पूरा नहीं करने वाले किसानों की किस्तें रोक दी जाएंगी। यह रकम इस साल की आखिरी किस्त मानी जा रही है. केंद्र सरकार साल में तीन बार किसानों के खाते में कुल 6,000 रुपये भेजती है. पंजाब और जम्मू-कश्मीर के बाढ़ प्रभावित किसानों को तीसरी किस्त पहले ही भेजी जा चुकी है.
अयोग्य लाभुकों पर कार्रवाई की जायेगी
हाल ही में इस योजना के लाभार्थियों की संख्या में सात करोड़ से ज्यादा की कमी आई है। सरकार ने अपात्र पाए गए लोगों को योजना से बाहर करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। योजना की पात्रता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, आय सीमा का उल्लंघन करने, आयकर दाता होने, सरकारी कर्मचारी या सार्वजनिक प्रतिनिधि होने या 10,000 रुपये से अधिक की पेंशन प्राप्त करने जैसे ‘बहिष्करण मानदंड’ के कारण हजारों किसानों के खाते फ्रीज कर दिए गए हैं।
कैसे चेक करें कि आपका नाम लिस्ट में है या नहीं
जो किसान इस किस्त का इंतजार कर रहे हैं वे पीएम-किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आज की ताजा सूची में अपना नाम आसानी से देख सकते हैं। इसके लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है, आप घर बैठे अपने मोबाइल से ही अपना ही नहीं बल्कि पूरे गांव के लाभार्थियों का नाम देख सकते हैं।
- योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं.
- ‘लाभार्थी सूची’ विकल्प चुनें।
- राज्य, जिला, ब्लॉक और गांव का चयन करें।
- रिपोर्ट प्राप्त करें पर क्लिक करें और सूची में अपना नाम देखें।
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