बिजनेस डेस्क. जीएसटी दरों में हालिया बदलाव और मजबूत उपभोक्ता मांग के चलते इस दिवाली बाजार ने नया रिकॉर्ड बनाया। देशभर में 6.05 लाख करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई. इसमें 5.40 लाख करोड़ रुपये की वस्तुएं और 65,000 करोड़ रुपये की सेवाएं शामिल थीं।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के सर्वेक्षण के अनुसार, यह बिक्री 60 प्रमुख वितरण केंद्रों, राज्यों की राजधानियों और टियर -2 और 3 शहरों से प्राप्त रिपोर्टों पर आधारित है। यह आंकड़ा पिछले साल से काफी बड़ा है. 2023 में दिवाली पर कुल बिक्री 4.25 लाख करोड़ रुपये थी.
कैट के मुताबिक, इस बार पारंपरिक बाजार और छोटे व्यापारी मुख्य योगदानकर्ता रहे और कुल व्यापार में इनका योगदान करीब 85 फीसदी रहा. यह देश के भौतिक बाज़ारों की एक बड़ी वापसी का प्रतीक है।
क्षेत्रवार बिक्री
किराना और एफएमसीजी: 12% (उच्चतम बिक्री)
सोना और आभूषण : 10%
इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल्स: 8%
उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएँ: 7%
रेडीमेड वस्त्र और उपहार आइटम: 7%
गृह सजावट, फर्नीचर और फर्निशिंग: 5%
मिठाई और स्नैक्स: 5%
कपड़े और कपड़ा: 4%
पूजा सामग्री, फल और सूखे मेवे: 3%
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि सेवा क्षेत्र ने भी 65,000 करोड़ रुपये का योगदान दिया. इसमें पैकेजिंग, हॉस्पिटैलिटी, कैब सर्विसेज, ट्रैवल, इवेंट मैनेजमेंट, टेंट एंड डेकोरेशन, मैनपावर और डिलीवरी जैसे सेक्टर प्रमुख रहे।
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