अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला: 45वां भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला अब आधिकारिक तौर पर दिल्ली के प्रगति मैदान में शुरू हो गया है। 14 से 27 नवंबर तक चलने वाला यह मेला इस बार और भी बड़ा, रंगीन और तकनीक से भरपूर दिख रहा है. “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” थीम के साथ यह आयोजन देश की विविधता, नवाचार और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को सामने लाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मेले को ”आत्मनिर्भर भारत का उत्सव” कहा है क्योंकि यहां व्यापार, संस्कृति और तकनीक का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा.
इस बार कौन से देश भाग ले रहे हैं?
युवाओं के लिए खास बात यह है कि इस बार इसमें दुनिया के 11 देशों ने भी हिस्सा लिया है. यहां थाईलैंड, चीन, यूएई, मलेशिया, स्वीडन, ईरान और कई अन्य देशों के स्टॉल लगाए गए हैं। बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र और यूपी भारत के भागीदार राज्य हैं, जबकि झारखंड फोकस राज्य है। इसका मतलब है कि हर राज्य और देश की नई तकनीक, कला और संस्कृति एक ही जगह देखने को मिलने वाली है।
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इस मेले में क्या होगा खास?
यह मेला सिर्फ घूमने की जगह नहीं है बल्कि सीखने और अनुभव करने का अवसर भी है। इलेक्ट्रॉनिक्स, स्टार्टअप इनोवेशन, पारंपरिक कला, ग्रामीण महिलाओं के उत्पाद, खादी और एमएसएमई सभी यहां मौजूद हैं। खुले मंच पर हर दिन अलग-अलग राज्यों के संगीत और नृत्य के कार्यक्रम भी होंगे. इसके अलावा स्वादिष्ट भारतीय व्यंजन भी दर्शकों का इंतजार कर रहे हैं।
कैसे पहुंचें और क्या हैं नियम?
मेला सुबह 10 बजे से शाम 7:30 बजे तक खुला रहता है। पहले पांच दिन बिजनेस विजिटर्स के लिए थे, अब 19 नवंबर से 27 नवंबर तक आम लोगों को भी एंट्री मिल सकती है। टिकट ऑनलाइन उपलब्ध होंगे और वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग लोगों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। सुप्रीम कोर्ट स्टेशन पर उतरकर सीधे दिल्ली मेट्रो में प्रवेश किया जा सकता है। भारी भीड़ के कारण आसपास का ट्रैफिक बदल दिया गया है, इसलिए मेट्रो का विकल्प सबसे अच्छा विकल्प माना जा रहा है।
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