बिजनेस डेस्क. दिवाली 2024 से दिवाली 2025 तक भारतीय शेयर बाजार में व्यापारियों को बड़े उतार-चढ़ाव देखने को मिले। इस दौरान कुछ कारोबारी घरानों ने निवेशकों की जेबें भर दीं, जबकि कई दिग्गज पीछे रह गए। हैरानी की बात ये है कि इस बार अंबानी और अडानी जैसे मशहूर बिजनेस घराने टॉप पर नहीं रहे.
भारती ग्रुप ने बाजी मारी
सुनील मित्तल के नेतृत्व वाला भारती समूह निवेशकों के लिए सबसे अधिक लाभदायक घर साबित हुआ। एक साल में ग्रुप कंपनियों का मार्केट कैप 10,83,801.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 13,52,951.9 करोड़ रुपये हो गया. यानी 24.8% की बेहतरीन ग्रोथ दर्ज की गई. यह प्रदर्शन शीर्ष 10 व्यावसायिक घरानों में सबसे अधिक था।
बजाज और महिंद्रा ने भी दिखाया दम
राजीव और संजीव बजाज के नेतृत्व वाला बजाज ग्रुप 24.2% की मार्केट कैप ग्रोथ के साथ दूसरे स्थान पर रहा। उनके बाद आनंद महिंद्रा के नेतृत्व वाला महिंद्रा समूह था, जिसने 15.7% की वृद्धि दर्ज की। वहीं, आदित्य बिड़ला ग्रुप और जेएसडब्ल्यू ग्रुप चौथे और पांचवें स्थान पर रहे।
अम्बानी और अडानी की औकात
इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप में 7.1% की बढ़ोतरी देखी गई और यह 20,61,326.1 करोड़ रुपये से बढ़कर 22,07,120.7 करोड़ रुपये हो गया. इसके बावजूद मुकेश अंबानी इस सूची में छठे स्थान पर रहे।
वहीं, अडानी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप 15,62,344.4 करोड़ रुपये से घटकर 15,02,445.5 करोड़ रुपये हो गया। यानी -3.38% का नेगेटिव रिटर्न। इसके चलते गौतम अडाणी को सातवें स्थान से संतोष करना पड़ा।
टाटा और एचसीएल को झटका
आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी एचसीएल टेक के मार्केट कैप में 15.4% की गिरावट आई, जबकि टाटा ग्रुप के मार्केट कैप में -13.6% की गिरावट देखी गई। वहीं, सन फार्मा का मार्केट कैप भी -9.6% घट गया। यही वजह रही कि टाटा ग्रुप, एचसीएल और सन फार्मा को लिस्ट में 8वें, 9वें और 10वें स्थान पर रहना पड़ा।



