पेपर स्क्रैप को लेकर जीटीयू में जमकर हंगामा हो रहा है। पुराने पेपर की मांग को लेकर छात्र संघ मैदान में उतर आया है और एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने जीटीयू में विरोध दर्ज कराया है. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया. सिविल इंजीनियरिंग में जून का पेपर मांगे जाने का विरोध हुआ है. इसके साथ ही एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने भी विरोध प्रदर्शन किया है.
मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गयी है: कुलपति
तब जीटीयू के वाइस चांसलर राजुल गज्जरे ने इस संबंध में बयान दिया था और कहा था कि पेपर को लेकर जो घटना हुई वह दुखद है. बड़ी कचहरी में रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। मामले की जांच के लिए जांच कमेटी गठित कर दी गई है और पेपर तैयार करने वाले प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना, अब पेपर तैयार करने के लिए नया तरीका अपनाया जाएगा. यह तरीका ऑनलाइन होगा ताकि कोई गलती न हो. गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. पता चला है कि सिविल इंजीनियरिंग सेमेस्टर 7 का पेपर छप चुका है. सिर्फ तारीख बदलकर पुराना पेपर रखे जाने की घटना को लेकर छात्र संगठनों में गुस्सा भी देखा जा रहा है.



