प्रदेश में पिछले दो-तीन दिनों से मावठा कहर बरपा रहा है। मावठा ने कई इलाकों में भारी नुकसान पहुंचाया है. छोटा उदेपुर में पिछले तीन दिनों से मौसमी बारिश हो रही है. बारिश से किसान चिंतित हैं। मावठा से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. चावल, तूवर, मक्का और कपास की फसल को भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा जिले भर के किसान भी सरकार से राहत सहायता की मांग कर रहे हैं.
डांगर जैसी कृषि फसलों को भी नुकसान हुआ
छोटाउदेपुर जिले के संखेड़ा तालुका में ओरसांग नदी के विपरीत तट पर स्थित कविता, चंदनगर, गामडी, लोटिया गांवों में हल्दी और मक्के की बड़े पैमाने पर खेती की जाती है। इस क्षेत्र के किसान अधिकतर रवी की खेती करते हैं। इनमें हल्दी और मक्के की खेती होती है. अधिकांश खेतों में हल्दी व मक्का बोया गया था. कुछ जगहों पर मक्का और अरहर के पौधे भी आ गये थे. भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भर जाने से इन फसलों को नुकसान हुआ है. वहीं, काली तलावडी पंथक के अंदर डांगर जैसी कृषि फसलों को भी नुकसान पहुंचा है.



