गुजरात में आज केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जा रहा है. लेकिन मौसम विभाग का अनुमान है कि राज्य में अभी भी भारी बारिश होगी. गुजरात में बेमौसम बारिश को लेकर मौसम विभाग ने गिर सोमनाथ, दीव, अमरेली में भारी बारिश का येलो अलर्ट दिया है. जबकि भावनगर में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है और भरूच, सूरत में 3 दिनों तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है. दक्षिण गुजरात में जहां मध्यम से भारी बारिश होगी, वहीं मध्य गुजरात और अहमदाबाद समेत इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया गया है. अरब सागर में दबाव के कारण राज्य के तटों पर गरज के साथ बारिश की संभावना है. मछुआरों को अगले 3 दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
बेमौसम बारिश को लेकर मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
अरब सागर में दबाव के चलते मौसम विभाग ने गुजरात में भारी बारिश की आशंका जताई है. सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के गिर सोमनाथ, दीव, अमरेली और भावनगर के लिए ऑरेंज चेतावनी जारी की गई है, जिसमें बहुत भारी बारिश का अनुमान है. भरूच और सूरत समेत गुजरात के कई इलाकों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश और तूफान की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण गुजरात के लिए पीली चेतावनी जारी की गई है, जहां भारी बारिश का भी अनुमान है. अहमदाबाद में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है. मछुआरों को अगले तीन दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. विभाग ने कहा था कि मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मछुआरों को सतर्क रहना चाहिए.
मौसमी बारिश का असर किसानों पर पड़ता है
मानसून की बारिश से राज्य के कई किसान संकट में हैं. मावठा के कारण खेतों में पानी भरने से फसलों को भारी नुकसान हुआ है. इस साल बेमौसम बारिश के कारण किसानों की मूंगफली, कपास, सोयाबीन और प्याज समेत अन्य फसलें बर्बाद हो गई हैं. फिर किसानों की मांग है कि सरकार सहायता पैकेज दे. मौसमी बारिश के कारण किसानों के खेतों में लगी फसलें मौसमी बारिश ने छीन ली है. पिछले साल भी किसानों पर बारिश की मार पड़ी थी. आज लगातार दूसरे साल बारिश से किसानों पर दोहरी मार पड़ी है. कपास और मूंगफली की फसलें लगातार खराब हो रही हैं। बारिश ने किसानों की चार माह की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है।


 
                                    


