राज्य में बेमौसम बारिश ने किसानों की हालत खराब कर दी है. बारिश के कारण किसानों के खेतों में लगी फसलें बह गयी हैं और किसानों को रात में पानी के कारण रोना पड़ रहा है. फिर किसानों को चिंता है कि उनकी आय तो नहीं बढ़ेगी, कर्ज भी बढ़ जाएगा. फिर कांग्रेस कर्जमाफी की मांग को लेकर ‘खेदूत आक्रोश यात्रा’ लेकर निकली है. कांग्रेस की खेदुत आक्रोश यात्रा सोमनाथ से शुरू हो चुकी है और 13 नवंबर को द्वारका में समाप्त होगी. जनसभा में कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है.
सरकार पर बोझ पड़ा तो वेतन नहीं लेंगे कांग्रेस विधायक!
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकारी खजाने पर बोझ पड़ेगा तो कांग्रेस विधायकों ने भी वेतन नहीं लेने का ऐलान किया है. यदि सरकार उद्योगपतियों का कर्ज माफ करने में समय नहीं लगाती तो किसानों का कर्ज भी माफ करना चाहिए। कांग्रेस ने कहा कि यह यात्रा तो बस शुरुआत है और जब तक बीजेपी सरकार किसानों का पूरा कर्ज माफ नहीं कर देती तब तक कांग्रेस ने लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है. फिर आने वाले दिनों में राहुल गांधी सौराष्ट्र के किसानों से भी मुलाकात करेंगे. यह गूंगी-बहरी सरकार तक किसानों की पीड़ा पहुंचाने का मार्च है। इस यात्रा में करीब 150 ट्रैक्टरों के साथ नेता और किसान शामिल हुए हैं.



