खेडुत नेता राकेश पटेल का कहना है कि कपास, मूंगफली और बाजरा की फसल में नुकसान होता है और गांधीनगर जिले को सहायता देने में हर बार अन्याय होता है और अगर मुआवजा नहीं दिया गया तो चिमकी ने कहा था कि वे विरोध करेंगे और दूध और सब्जियों को बाजार में नहीं आने दिया जाना चाहिए. छाछा गांव के किसान ढोल-नगाड़ों के साथ प्रदर्शन करने पहुंचे. मावठा में फसल खराबे पर किसानों ने की मुआवजे की मांग.
बैठक में मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे
इस संबंध में मुख्यमंत्री ने गांधीनगर में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की और इस बैठक में राज्य के विभिन्न जिलों में कृषि फसलों को हुए नुकसान के सर्वेक्षण सहित अन्य मामलों को प्राथमिकता देने को कहा. उपमुख्यमंत्री हर्ष सांघवी और कृषि मंत्री जीतूभाई वाघानी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक में शामिल हुए और संबंधित जिलों में नुकसान का विवरण दिया। इस उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव एमके दास, कृषि विभाग की अपर मुख्य सचिव अंजू शर्मा, राजस्व विभाग की प्रमुख सचिव डॉ. जयंती रवि, वित्त विभाग के प्रधान सचिव टी. नटराजन और मुख्यमंत्री की अपर प्रधान सचिव अवंतिका सिंह और सचिव डॉ. विक्रांत पांडे भी उपस्थित थे.



