भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा का पहला कवच माने जाने वाले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 60 साल पूरे होने के मौके पर आज कच्छ में भव्य हीरक जयंती समारोह का आयोजन किया गया. इस गौरवशाली समारोह में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे.
जाकर शक्ति प्रदर्शन करें
इस मौके पर बीएसएफ के जवानों ने अपनी अदम्य ताकत और तैयारियों का प्रदर्शन किया था. प्रतिभागियों ने आकर्षक परेड और विभिन्न झांकियां प्रस्तुत कीं। खास तौर पर आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन कर बीएसएफ की ताकत का प्रदर्शन किया गया. उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जवानों को गृह मंत्री ने सम्मानित भी किया.
बीएसएफ के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में बीएसएफ के स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए जवानों के प्रयासों की सराहना की थी. उन्होंने कहा, “देश की सीमा आज सुरक्षित है, इसका श्रेय सीधे तौर पर बीएसएफ के वीर जवानों को जाता है। जब तक सीमा पर बीएसएफ है, दुश्मन देश एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकता।” शाहे ने जोर देकर कहा कि बीएसएफ जवानों ने हमेशा ‘कर्तव्य प्रथम’ के साथ काम किया है। उन्होंने कच्छ को एक वीर भूमि बताया, जो अदम्य साहस का प्रतीक है और यहां के लोगों ने आक्रामकता का सामना किया है। उन्होंने कहा कि कच्छ आज विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है।
ऑपरेशन सिन्दूर थकी से आतंकवाद का खात्मा हुआ
अमित शाह ने हाल ही में पहलगाम में आतंकियों द्वारा यात्रियों की हत्या की घटना का जिक्र किया था और कहा था कि बीएसएफ द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ से आतंकवाद का खात्मा हुआ है. उन्होंने ऑपरेशन सिन्दूर में शहीद हुए जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की. अंत में गृह मंत्री ने कहा था, ”हम बीएसएफ को और अधिक आधुनिक बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. भारत की पश्चिमी सीमा की रक्षा करने वाली बीएसएफ के इस ऐतिहासिक जयंती समारोह ने प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ा दिया है.”



