वर्ष 2001 में प्रदर्शित फिल्म ‘दमन’ रवीना के करियर की उल्लेखनीय फिल्मों में से एक है। बॉलीवुड में अभिनेत्री रवीना टंडन एक ऐसी अभिनेत्री के तौर पर शुमार की जाती हैं जिन्होंने अपनी दिलकश अदाओं से दर्शकों को दीवाना बनाया है। रवीना टंडन का जन्म 26 अक्टूबर को मुंबई में हुआ था। पिता रवि और मां वीणा टंडन के नाम को मिलाकर उनका नाम रवीना टंडन रखा गया। रवीना को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनके पिता एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता थे। रवीना ने अपनी प्राथमिक शिक्षा जमनाबाई स्कूल, मुंबई से पूरी की।
इसके बाद उन्होंने मुंबई के मशहूर मिट्ठीभाई कॉलेज में एडमिशन लिया। इसी दौरान उनकी मुलाकात डायरेक्टर शांतनु शोरी से हुई। उन्होंने रवीना को फिल्मों में काम करने की सलाह दी। इसके बाद रवीना ने कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी और फिल्मों में एक्ट्रेस बनने का सपना देखने लगीं। रवीना ने अपने सिने करियर की शुरुआत 1991 में रिलीज हुई फिल्म ‘पत्थर के फूल’ से की थी। सिप्पी द्वारा निर्मित इस फिल्म में जीपी सलमान खान ने हीरो की भूमिका निभाई थी।
कल्पना आज़मी द्वारा निर्देशित इस फिल्म में उन्होंने दुर्गा नाम की एक महिला का किरदार निभाया था, जो अपने पति द्वारा बुरी तरह प्रताड़ित होती है। उसी साल उनकी ‘मोहरा’, ‘लाडला’, ‘दिलवाले’ और ‘अंदाज अपना-अपना’ जैसी सुपरहिट फिल्में रिलीज हुईं। ‘लाडला’ में अपने दमदार अभिनय के लिए रवीना अपने करियर में पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित की गईं।
साल 1994 में रिलीज हुई फिल्म ‘मोहरा’ रवीना टंडन के करियर की सबसे बड़ी सुपरहिट फिल्म साबित हुई। एक्शन से भरपूर इस फिल्म में रवीना पर फिल्माया गाना ‘तू चीज बड़ी है मस्त-मस्त’ उन दिनों दर्शकों के बीच क्रेज बन गया था। इसके बाद रवीना फिल्म इंडस्ट्री में ‘मस्त-मस्त गर्ल’ के नाम से मशहूर हो गईं। वर्ष 1995 में प्रदर्शित फिल्म ‘रक्षक’ रवीना की एक और महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुई।
अशोक होंडा के निर्देशन में सुनील शेट्टी और करिश्मा कपूर की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में रवीना ने अतिथि कलाकार के रूप में काम किया, लेकिन इस फिल्म में उन पर फिल्माया गाना ‘शहर की लड़की’ दर्शकों के बीच काफी क्रेज बन गया और वह दर्शकों के बीच शहर की लड़की के नाम से मशहूर हो गईं।
मधुर भंडारकर द्वारा निर्मित राजनीति से प्रेरित इस फिल्म में रवीना अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के साथ-साथ समीक्षकों का भी दिल जीतने में सफल रहीं. साल 2003 में रवीना ने फिल्म ‘स्टंप्ड’ के जरिए फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी कदम रखा। फिल्म ने टिकट खिड़की पर औसत कारोबार किया। इसी दौरान वह फिल्म वितरक अनिल थडानी की ओर आकर्षित हुईं और 2004 में रवीना ने अनिल से शादी कर ली। इसके बाद रवीना ने फिल्म ‘पहचान’ का निर्माण किया लेकिन यह फिल्म टिकट खिड़की पर नकार दी गयी।
साल 2003 में रवीना ‘चिल्ड्रेन्स फिल्म सोसाइटी’ की अध्यक्ष बनीं। हालांकि इस दौरान उन पर आरोप लगने लगे कि वह अपने काम पर ध्यान नहीं दे रही हैं. साल 2005 में रवीना ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. 2006 में रिलीज हुई फिल्म ‘सैंडविच’ की असफलता के बाद रवीना ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया।
साल 2017 में रवीना की फिल्म मातृ रिलीज हुई जिसमें उनकी एक्टिंग को दर्शकों ने खूब सराहा। रवीना के सिने करियर में उनकी जोड़ी अभिनेता अक्षय कुमार और गोविंदा के साथ काफी पसंद की गयी। रवीना टंडन को साल 2023 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। रवीना ने अपने तीन दशक लंबे फिल्मी करियर में 80 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है।
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