हनुमान चालीसा: हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करना बहुत शुभ फलदायी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति श्रद्धा और नियम के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करता है, उसके जीवन में आने वाली बाधाएं धीरे-धीरे समाप्त हो जाती हैं। आइए जानते हैं हनुमान चालीसा पाठ से जुड़े जरूरी नियम और सावधानियां।
प्रकाशित तिथि: बुध, 29 अक्टूबर 2025 11:55:47 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: बुध, 29 अक्टूबर 2025 11:55:47 पूर्वाह्न (IST)
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- हनुमान चालीसा का पाठ करने के महत्वपूर्ण नियम.
- पाठ के दौरान इन गलतियों से बचें.
- मंगलवार-शनिवार को विशेष फल मिलेगा।
धर्म डेस्क. हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करना अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति श्रद्धा और नियम के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करता है, उसके जीवन की बाधाएं धीरे-धीरे दूर हो जाती हैं और उसे बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
लेकिन पूरा लाभ पाने के लिए कुछ नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं हनुमान चालीसा पाठ से जुड़े जरूरी नियम और सावधानियां।
हनुमान चालीसा का पाठ कैसे करें?
- हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करने से पहले स्नान कर शुद्ध हो जाएं। फिर किसी शांत, पवित्र और स्वच्छ स्थान पर बैठें।
- अपने पास एक बर्तन में पानी रखें.
- पूरे मन, भक्ति और एकाग्रता से पाठ करें।
- पाठ समाप्त होने के बाद उस जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें।
- जब आप पूरी श्रद्धा से पाठ करेंगे तभी आपको इसका पूरा फल मिलेगा।
इन गलतियों से बचें
- हनुमान चालीसा का पाठ करते समय मन में कोई भी नकारात्मक विचार नहीं लाना चाहिए।
- अपना ध्यान केवल पाठ पर केंद्रित रखें।
- पाठ के दौरान किसी से बात न करें और न ही बीच में उठें।
- बिना आस्था के या विचलित मन से पाठ करने से पूर्ण फल नहीं मिलता है।
मंगलवार और शनिवार को विशेष फल मिलते हैं
- वैसे तो हनुमान चालीसा का पाठ किसी भी दिन किया जा सकता है, लेकिन मंगलवार और शनिवार को इसका विशेष महत्व है।
- इन दिनों में पाठ करने से हनुमान जी की कृपा के साथ-साथ शनिदेव की भी कृपा प्राप्त होती है। इससे जीवन की परेशानियां कम होती हैं और आत्मविश्वास बढ़ता है।
पाठ का सही समय और विधि
- हनुमान चालीसा का पाठ दिन में किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 5 बजे के बीच) में इसका पाठ करने से शीघ्र शुभ फल मिलता है।
- पाठ ऊंचे स्वर से बोलकर करना चाहिए।
- ऐसा करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।



