छठ पूजा कैलेंडर (छठ पूजा 2025 तिथियाँ)
25 अक्टूबर (शनिवार)- नहाय-खाय
26 अक्टूबर (रविवार)- खरना
27 अक्टूबर (सोमवार)- सायंकालीन अर्घ्य
28 अक्टूबर (मंगलवार)- उषा अर्घ्य
छठ पूजा सामग्री की पूरी सूची (ChhathPooja Samagri List)
ठेकुआ – यह गेहूं के आटे, गुड़ और घी से बना मुख्य प्रसाद है.
चावल के लड्डू – प्रसाद के रूप में भी इसका विशेष महत्व है।
मौसमी फल – कम से कम 5 या 7 प्रकार के फल जैसे केला, नारियल (पानी के साथ), सेब, अमरूद, नींबू आदि।
गन्ना – 5 या 7 पत्तियों वाला गन्ना, जो मंडप को सजाता है और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
शकरकंद और शकरकंद – ये जमीन में उगने वाले पवित्र कंद हैं।
हल्दी का पौधा – पूजा में गांठों सहित संपूर्ण पौधा शुभ माना जाता है।
पान और सुपारी – प्रत्येक पूजा में उपयोग की जाने वाली एक आवश्यक वस्तु।
अखंड – साबुत चावल, जो शुद्धता और पूर्णता का प्रतीक है।
बांस की दो टोकरियाँ (सूप या दउरा) – एक संध्या अर्घ्य के लिए और दूसरा उषा अर्घ्य के लिए.
बांस या पीतल का सूप – फल और प्रसाद रखने के लिए.
तांबे या कांसे का बर्तन – सूर्य देव को दूध और जल चढ़ाएं।
कच्चा दूध और शुद्ध पानी – अर्घ्य के लिए जरूरी.
दीपक, घी और बाती – मिट्टी का दीपक सबसे शुभ माना जाता है।
सिन्दूर, रोली और चंदन – पूजन सामग्री का महत्वपूर्ण अंग.
हवन सामग्री – इसका उपयोग खरना और अर्घ्य के समय किया जाता है.
कलावा (मौली) – व्रत करने वाले व्यक्ति के हाथ में बाँधी जाने वाली एक पवित्र डोरी।
पीले या लाल रंग के नये वस्त्र/साड़ी – व्रत करने वालों के लिए यह शुभ माना जाता है।
छठ पूजा मंत्र
ॐ सूर्याय नमः।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्यं सहस्रकिरणराय मनोवांछित फल देहि स्वाहा।
ग्रहानमादिरादित्यो लोक लक्षण कारक:। विषम स्थान में रवि, पीड़ा में पीड़ा।
ॐ अहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकम्पायेमां भक्त्या, ग्रहानार्गह्य दिवाकरः।



