प्रत्येक महिला अपने भाइयों की संख्या के अनुरूप मिट्टी के बर्तन में ‘चिवड़ा’, ‘पतौरा’, ‘कुटकी’ या कोई भी मिठाई रखती है। ये बर्तन सुंदर कपड़े से ढके हुए हैं। इस पूजा में मुख्य प्रसाद चना होता है। लोककथाओं के अनुसार इस प्रसाद को खाने से दाढ़ी-मूंछें बढ़ती हैं, इसलिए लड़कियां इसे नहीं खाती हैं। इस साल गोधन पूजा 23 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी. इस दिन महिलाएं पूरे दिन व्रत रखती हैं और शाम को यह विशेष पूजा करती हैं.



