अगर आप खाटू श्याम जी के दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं तो कुछ बातें हैं जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इन नियमों और परंपराओं का पालन करने से न सिर्फ यात्रा सफल मानी जाती है बल्कि भक्तों को श्याम बाबा का विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. आइए जानते हैं खाटू श्याम मंदिर दर्शन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
प्रकाशित तिथि: सोम, 10 नवंबर 2025 05:17:03 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: सोम, 10 नवंबर 2025 05:20:22 पूर्वाह्न (IST)
धर्म डेस्क. अगर आप खाटू श्याम जी के दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं तो कुछ बातें हैं जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इन नियमों और परंपराओं का पालन करने से न सिर्फ यात्रा सफल मानी जाती है बल्कि भक्तों को श्याम बाबा का विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. आइए जानते हैं खाटू श्याम मंदिर दर्शन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
दर्शन से पहले इन जगहों पर जरूर जाएं
कई भक्त खाटू श्याम मंदिर तक पहुंचने के लिए रींगस से निशान लेकर पैदल यात्रा करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से श्याम बाबा भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
मंदिर से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर श्याम कुंड स्थित है, जिसका विशेष महत्व बताया जाता है। कहा जाता है कि इस तालाब में स्नान किये बिना खाटू श्याम यात्रा अधूरी रहती है। इसलिए दर्शन से पहले इस पवित्र तालाब में स्नान अवश्य करना चाहिए।
इन दिनों में दर्शन करना सबसे शुभ होता है।
हर महीने की एकादशी और द्वादशी तिथि को खाटू श्याम जी के दर्शन करना बहुत शुभ माना जाता है। विशेषकर फाल्गुन मास की आमलकी एकादशी को श्याम बाबा का जन्मदिन माना जाता है। इस दिन मंदिर में दर्शन करने से भक्तों को विशेष आशीर्वाद मिलता है।
इसके अलावा कुछ परंपराओं के अनुसार कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी को खाटू श्याम जी का जन्मदिन भी माना जाता है। इसलिए इन दोनों अवसरों पर मंदिर जाना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
खाटू श्याम जी को अर्पित करें ये प्यारी सी भेंट.
खाटू श्याम जी को गुलाब के फूल, इत्र और नारियल चढ़ाना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही गाय के दूध से बनी मिठाई, खीर और चूरमा भी भोग लगाने की परंपरा है. ये सभी भोग श्याम बाबा को अत्यंत प्रिय हैं. यह भी माना जाता है कि खिलौने चढ़ाने से बच्चों को खुशी मिलती है।



