मोबाइल पर कॉल करके धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी यानी ट्राई एक नया फीचर लॉन्च करने जा रही है। इसमें अज्ञात नंबर से कॉल करने वाले का नाम मोबाइल पर दिखाई देगा। यह बेसिक फोन के साथ-साथ स्मार्ट फोन पर भी काम करेगा। यह सुविधा सभी मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए निःशुल्क होगी।
प्रकाशित तिथि: शनिवार, 01 नवंबर 2025 12:17:26 अपराह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: शनिवार, 01 नवंबर 2025 12:27:58 अपराह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- देशभर में हर दिन लाखों फर्जी, स्पैम और फर्जी कॉल लोगों के पास पहुंचती हैं।
- कभी बैंक अधिकारी के नाम पर तो कभी बिजली बिल या डिजिटल गिरफ्तारी के बहाने धोखाधड़ी की जाती है.
- जिस नाम से सिम रजिस्टर्ड है वह कॉल रिसीवर के फोन पर दिखाई देगा।
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। अगर आप रोजाना अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स से परेशान हैं तो अब कुछ ही दिनों में आपको इससे राहत मिल जाएगी। क्योंकि टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी यानी TRAI मोबाइल के लिए एक ऐसा फीचर लॉन्च करने जा रही है. जिससे कॉल करने वाले का असली नाम स्क्रीन पर दिखाई देगा।
इस फीचर को कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन नाम दिया गया है। खास बात यह है कि इस फीचर के लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं होगी और यह फीचर सिर्फ स्मार्ट फोन में ही नहीं बल्कि बेसिक फोन में भी काम करेगा। साथ ही यह सुविधा और यह सेवा पूरी तरह से मुफ्त होगी।
अब लोग ट्रू कॉलर का इस्तेमाल करते हैं
फिलहाल लोग यह जानने के लिए ट्रूकॉलर ऐप का इस्तेमाल करते हैं कि यह किसका फोन कॉल है। लेकिन इस ऐप में कोई भी नाम बदल सकता है. यानी कॉल कोई और कर रहा है और नाम किसी और का आ रहा है. साथ ही इस ऐप के लिए इंटरनेट जरूरी है और यह सिर्फ स्मार्टफोन पर ही चलता है। ऐसे में बेसिक फोन वाले लोग इस ऐप की सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।
ट्राई के इस फीचर से होगा फायदा
इस सुविधा के लागू होते ही मोबाइल यूजर्स को स्पैम, फर्जी और फर्जी कॉल से बड़ी राहत मिलेगी। अब यूजर कॉल उठाने से पहले ही जान सकेगा कि सामने वाला कौन है। यह जानकारी सीधे टेलीकॉम ऑपरेटर के डेटाबेस से आएगी, यानी जिस नाम से सिम रजिस्टर्ड है वह कॉल प्राप्तकर्ता के फोन पर दिखाई देगा।
नई व्यवस्था धोखाधड़ी से बचाएगी
मौजूदा समय में ग्वालियर समेत देशभर में रोजाना लाखों फर्जी, स्पैम और फर्जी कॉल लोगों के पास पहुंचती हैं। कभी बैंक अधिकारी के नाम पर तो कभी बिजली बिल या डिजिटल गिरफ्तारी के बहाने जालसाज निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाते हैं। खासकर बुजुर्ग और ग्रामीण इलाके के लोग इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार बनते हैं. ट्राई के नए सिस्टम से इन कॉल्स को रोकने में मदद मिलेगी.
इससे न सिर्फ यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि डिजिटल धोखाधड़ी के मामलों में भी कमी आएगी। अब कॉल उठाने से पहले ही स्क्रीन पर कॉल करने वाले का असली नाम दिखाई देगा और आप बिना किसी झिझक के यह तय कर पाएंगे कि कॉल उठानी है या नहीं।



